देहरादून
दून में तैनात आंखों का एक विशेषज्ञ चिकित्सक व एसोसिएट प्रोफेसर आर्थिक कमजोर मरीजों के लिए मसीहा साबित हो रहा है। लोगों को निजी अस्पतालों की भारी भरकम ऑपरेशन की फीस से खासी निजात मिल रही है। उनकी लोकप्रियता के साथ साथ चिकित्सकीय दक्षता की प्रसंसा सुनकर सैकड़ों लोग निजी अस्पतालों को छोड़कर दून अस्पताल व मेडिकल कॉलेज में नेत्र उपचार,विशेष रूप से आंखों के हर तरह के शल्य चिकित्सा के लिए लंबी कतारों में लगे रहते हैं।
देहरादून के दून अस्पताल व मेडिकल कॉलेज में नेत्र चिकित्सा विभाग में तैनात एसोसिएट प्रोफेसर डॉ0 शुसील ओझा की चिकित्सकीय दक्षता के साथ ही मरीजों के साथ आत्मीय एवं सौम्य व्यवहार तथा कार्यकुशलता के चलते प्रदेश के दूरस्थ जनपदों के लोग भी खासे मुरीद हैं।
डॉ0 ओझा की चिकित्सकीय दक्षता से लोग इतने प्रभावित हैं कि सैकड़ों मरीज निजी अस्पतालों की बजाय सरकारी अस्पताल व दून मेडिकल कॉलेज में ही अपनी आंखों का इलाज व प्रमुख रूप से शल्य चिकित्सा के लिए लंबी कतारों में खड़े रहकर अपनी बारी का इंतजार करते नजर आते हैं।
उत्तरकाशी जनपद के दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों से दून अस्पताल पँहुचे बिशुला देवी, मुमोरी देवी, मीना, जगदम्बा, हरीश व उपेंद्र आदि का कहना है कि हमने कई महीनों से देहरादून के कई निजी अस्पतालों में आंखों का इलाज करवाया लेकिन निजी अस्पतालों की भारी भरकम फीस से हम परेशान हो गए थे तभी दून अस्पताल में तैनात डॉ0 शुसील ओझा के बारे में सुना जिनको मिलने के बाद यह महसूस हुवा कि यह एक अच्छे डॉक्टर के साथ एक नेक व सौम्य स्वभाव के इंसान भी हैं जो गरीबों की पीड़ा को बख़ूबी समझते हैं। उन्होंने कहा कि आज हम अपनी आंखों का ऑपरेशन करवाकर स्वस्थ भी हैं व निजी अस्पतालों की भारी भरकम फीस से बचकर आर्थिक बोझ से भी निजात मिलने पर खुश भी हैं।
नेत्र रोग विशेषज्ञ व एसोसिएट प्रोफेसर डॉ0 शुसील ओझा ने बताया कि दून अस्पताल मेडिकल कॉलेज में प्रत्येक जनपद से सुलभ आवागमन है जिसके कारण प्रदेश के दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों से भी लोग यंहा आ सकते हैं। उन्होंने कहा कि कई लोग जो महीनों से निजी अस्पतालों में इलाज करवा रहे थे,दून मेडिकल कॉलेज में आकर ऑपरेशन करवा रहे हैं। प्रदेश के हर क्षेत्र के लोगों की सेवा करने का हमे सौभाग्य मिल रहा है।
वंही प्राचार्य प्रोफेसर डॉ0 आशुतोष सयाना का कहना है कि दून में स्थापित यह मेडिकल कॉलेज प्रदेश के लोगों के लिए वरदान साबित हो रहा है।खुशी की बात है कि आज प्रदेश के आर्थिक कमजोर लोगों को यंहा से भरपूर लाभ मिल रहा है।