– लोक संस्कृति एवं लोक कला संरक्षण दिवस के रूप में मनाया गया बड़कोट महाविद्यालय के एनएसएस का छठा दिन
बडकोट। कंसेरु गांव में आयोजित राजेन्द्र सिंह रावत राजकीय महाविद्यालय बड़कोट के एनएसएस के सात दिवसीय विशेष शिविर का छठा दिन लोक संस्कृति एवं लोक कला संरक्षण दिवस के रूप में मनाया गया। साथ ही लोक संस्कृति एवं लोक कला संरक्षण के लिए सभी को आगे आने का आह्वान किया गया।
कार्यक्रम का दीप प्रज्वलित किया, जिसके बाद स्वयं सेवी छात्राओं ने सरस्वती वंदना व स्वागत गीत गा कर अतिथियों का स्वागत किया तथा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम में लोक नृत्य व लोक गीतों की शानदार प्रस्तुतियों से दर्शकों का मन मोह लिया।
इस मौके पर महाविद्यालय ब्रह्मखाल के प्राचार्य प्रो आरएस असवाल ने कहा कि एनएसएस के स्वयंसेवकों में विद्यार्थी जीवन से ही समाज उपयोगी कार्यों में जुटने की प्रेरणा मिलती है तथा इससे उनमें राष्ट्र सेवा की भावना जागृत होती है।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि रुद्रा एग्रो फाउंडेशन के संस्थापक नरेश नौटियाल ने स्थानीय लोकल उत्पादों की विस्तार से जानकारी तथा इसके महत्व एवं पौष्टिकता के बारे में बताया। उन्होंने स्थानीय लोगों व एनएसएस स्वयंसेवियों को स्वरोजगार की ओर कार्य करने का आह्वान किया। नरेश नौटियाल लोकल उत्पादों के व्यवसाय में अपनी अलग पहचान बना चुके हैं और वह स्थानीय लोकल उत्पादों को देश के विभिन्न स्थानों में स्टॉलों के माध्यम से पहुंचा चुके हैं।
कार्यक्रम में एनएसएस की वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डॉ संगीता रावत ने विभिन्न सत्रों में शारीरिक और बौद्धिक प्रशिक्षण के साथ-साथ सामाजिक गतिविधियों का भी प्रशिक्षण विषय विशेषज्ञों के माध्यम से दिए जाने की जानकारी दी। पीएलवी सुनील थपलियाल ने शिविर में कानून की जानकारी के साथ ही प्रत्येक व्यक्ति को पर्याप्त मात्रा में शुद्ध और पौष्टिक भोजन प्राप्त करने का कानूनी अधिकार के बारे में बताया।
इस मौके पर मुख्य अतिथि महाविद्यालय ब्रह्मखाल के प्राचार्य प्रो आरएस असवाल, समाजसेवी नरेश नौटियाल, निर्देश सिंह, छात्र संघ अध्यक्ष सोनी तोमर, उपाध्यक्ष निकिता जगूड़ी, कार्यक्रम अधिकारी डॉ संगीता रावत, सहायक कार्यक्रम अधिकारी दया गैरोला, विजयपाल सिंह, चैन सिंह राणा, खजान सिंह, लोकेंद्र राणा, जगदीश राणा,योगेंद्र सिंह राणा सहित स्वयं सेवी छात्राएं उपस्थित रहे।