उत्तराखंड Express ब्यूरो
देहरादून,
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आज पीएम किसान सम्मान निधि की 17वीं किस्त जारी कर दी है। जिसमे देशभर के 9.26 करोड़ से अधिक पात्र किसानों को ₹20 हज़ार करोड़ की सम्मान राशि सीधा उनके बैंक खातों में डीबीटी के माध्यम से ट्रान्सफर कर दी गयी है। उसमे उत्तराखण्ड के 771567 लाभार्थी किसानों को 166.08 करोड़ रुपए की धन राशि उनके खाते में डीबीटी के माध्यम से हस्तांतरित किए गए।
मंगलवार को कैंप कार्यालय में प्रधानमंत्री द्वारा किसान सम्मान निधि वितरण वर्चुअल माध्यम से प्रदेश के किसानों के साथ कृषक संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमे प्रदेश के कृषि मंत्री गणेश जोशी ने वर्चुअल माध्यम से कार्यक्रम में जुड़े। पीएम किसान सम्मन निधि योजना के तहत 17वीं किस्त उत्तराखंड के 7 लाख से अधिक किसानों को डीजीटली हस्तांतरित की गई। कार्यक्रम में विभिन्न हिस्सों से बड़ी संख्या में किसानों ने भी प्रतिभाग किया गया।
सुबे के कृषि मंत्री गणेश जोशी ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त करते हुए कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों की हमेशा चिंता करते हैं, किसानों की आय किस प्रकार से दुगनी हो और कैसे किसानों को फसल का उचित दाम मिले। उन्होंने कहा तीसरी बार देश का प्रधानमंत्री बनने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहली केंद्रीय कैबिनेट में किसान सम्मान निधि के लिए हस्ताक्षर किए। उन्होंने कहा यह इस बात का प्रतीक है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों की चिंता करते है। कृषि मंत्री ने कहा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल मार्गदर्शन और प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य सरकार किसानों की आय दुगनी करने की दिशा में निरंतर कार्य कर रही है।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का उद्देश्य किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान करना है। जिससे वो अधिक फ़सल उत्पादन कर अपने परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार ला सकें। पात्र किसानों को सालाना 6000 की वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है, जिसे तीन अलग किस्तों में हस्तांतरित किया जाता है। अब तक योजना की 16वीं किश्तों में प्रदेश के किसानों को ₹ 2579.16 करोड़ की धनराशि उपलब्ध करायी गई।
इस अवसर पर कृषि महानिदेशक रणवीर सिंह चौहान, कृषि निदेशक केसी पाठक, मुख्य कृषि अधिकारी लतिका सिंह, किसान मोर्चा अध्यक्ष जोगिंदर पुंडीर, ज्योति कोटिया सहित विभिन्न स्थानों से बड़ी संख्या में किसान उपस्थित रहे।