जयप्रकाश बहुगुणा
बड़कोट /उत्तरकाशी
देश की सीमा पर अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले 14 वीं गढ़वाल राइफल के शहीद जवान श्रवण सिंह को यहां उनके पैतृक घाट पर यमुना नदी के किनारे गंगनानी में सैन्य सम्मान के साथ गमगीन माहौल में अंतिम विदाई दी गई।लेह लद्दाख में गुरुवार को शहीद हुए सरनौल गांव निवासी जवान श्रवण सिंह चौहान को उनके पैतृक घाट गंगनानी में सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई । सैनिक श्रवण सिंह चौहान पुत्र शूरवीर सिंह चौहान वतन की रक्षा करते गुरुवार को लेह लदाख में शहीद हो गए थे, जिनका पार्थिव शरीर सैन्य सम्मान के साथ शुक्रवार शाम को उनके पैतृक गांव सरनौल पहुंचा। शहीद सैनिक का पार्थिव शरीर घर पहुंचते ही माहौल गमगीन हो गया। दिन से ही जवान के घर मे क्षेत्र के लोगों का जुटना शुरू हो गया और सैकड़ों की संख्या में अंतिम दर्शन करने पहुंचे। आपको बताते चले कि लेह लदाख में गुरुवार को सैनिक श्रवण चौहान शहीद हो गया था, सेना द्वारा उनके पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव सरनौल पहुंचाया गया तथा शनिवार को उनके पैतृक घाट गंगनानी में सैन्य सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी गई। अंतिम विदाई में उनके पैतृक गांव सरनौल तथा पैतृक घाट गंगनानी में सैकड़ो की संख्या में लोग उनके अंतिम दर्शन करने पहुंचे। गंगनानी में सेना के जवानों ने शहीद को अंतिम सलामी दी तथा सभी ने यहां शहीद के पार्थिव शरीर पुष्प अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। शहीद सैनिक की अंतिम विदाई में यमुनोत्री विद्यायक संजय डोभाल, जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण, उपजिलाधिकारी मुकेश रमोला, थानाध्यक्ष दीपक कठैत शहीद के पिता शूरवीर सिंह चौहान , जिला पंचायत सदस्य आनंद राणा,ब्यापार मंडल अध्यक्ष धनवीर रावत,प्रदेश मंत्री राजाराम जगुड़ी, भाजपा नेता डॉ कपिल रावत सहित सेना के अधिकारी, जवान एवं क्षेत्र के गणमान्य लोगों सहित सैकड़ों की संख्या में लोग शामिल रहे।