जयप्रकाश बहुगुणा
बड़कोट /उत्तरकाशी
पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर 12वीं वाहिनी आईटीबीपी मातली के जवानों, परिजनों एवं क्षेत्र के गणमान्य लोगों ने पौल गांव स्थित शहीद स्मारक पर शहीद आशाराम जगूड़ी को याद किया तथा पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
बड़कोट तहसील के अंतर्गत पौल गांव निवासी आशाराम जगुड़ी 25 मई 2002 को जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों से लोहा लेते शहीद हो गए थे। सोमवार को पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर 12वीं वाहिनी आईटीबीपी मातली के जवान पौल गांव के निकट शहीद आशाराम जगूड़ी शहीद स्मारक स्थल पर पहुंचे और यहां उन्हें याद किया। इस मौके पर आईटीबीपी के जवानों, क्षेत्र के गणमान्य लोगों एवं शहीद के परिजनों सहित ग्रामीणों ने शहीद की प्रतिमा लर माल्यार्पण तथा पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। साथ ही जवानों ने शहीद के परिजनों को शॉल ओढ़ाकर कर सम्मानित किया।
शहीद परिजनों ने कहा है कि आईटीबीपी पर हमे गर्व है, हर वर्ष विभिन्न शहीद कार्यक्रम में वह यहां आते हैं साथ ही समय समय पर परिवार के हालचाल व समस्याओं को सुनते है। साथ ही परिजनों ने शासन प्रशासन से नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा है कि शहीद के नाम पर जो विभिन्न प्रकार की घोषणा की गई थी, वह आज दो दशक बीत जाने के बाद भी पूरी नहीं हो सकी।
इस मौके पर आईटीबीपी से एसआई मातवर सिंह, योगेश कुमार, मुकेश चौहान, अनिल कुमार, मनबीर सिंह आदि जवानों सहित शहीद आशाराम जगूड़ी की पत्नी श्रीमती उर्मिला देवी, सिद्धि प्रसाद भट्ट, शान्ति टम्टा, जशोदा राणा, राजाराम जगूड़ी, भगवती प्रसाद, राजेश उनियाल, अजय रावत, सुभाष जगूड़ी, दिनेश, मदन, प्रदीप, विजय, जयप्रकाश, संजय आदि शामिल रहे।