जयप्रकाश बहुगुणा
उत्तरकाशी
भारतीय जनता पार्टी ने मंगलवार को उत्तरकाशी में प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया! जिला कार्यालय ज्ञानसू में पुरोला विधायक दुर्गेश्वर लाल ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस हमेशा संविधान से खिलवाड़ को अपना मौलिक अधिकार समझती रही है।जवाहरलाल नेहरू द्वारा वर्ष 1949 में धारा 370 को कर जम्मू कश्मीर को मुख्य धारा से अलग कर दिया और देश को दो निशान दो प्रधान और दो संविधान प्रदान किया।
वर्ष 1951 में अनुच्छेद 19 के तहत अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को खत्म किया मीडिया की आवाजों और राजनीतिक विरोधियों को निशाना बनाया। वर्ष 1954 में वॉक अधिनियम 1954 में पारित कर अपने वोट बैंकों को खुश किया। 19 दिसंबर 1961 अनुच्छेद 66 और 71 में संशोधन कर उपराष्ट्रपति के निर्वाचन प्रक्रिया में बदलाव किए।
25 जून 1975 इंदिरा गांधी के चुनाव को निष्क्रिय घोषित किए जाने के बाद 25 जून 1975 को देश में आपातकाल लगाया देश में लोगों के मौलिक अधिकारों को खत्म किया प्रेस पर पाबंदी लगाई और विपक्ष के नेताओं को जेल में डाला।
8 दिसंबर 1971 अनुच्छेद 31 में संशोधन कर भारत में संपत्ति के मौलिक अधिकार को समाप्त कर इसे एक वैधानिक अधिकार बनाया।
इस अवसर पर जिलाध्यक्ष नागेंद्र चौहान ने कहा कि राजीव गांधी द्वारा 23 अप्रैल 1985 शाहबानो केस में सुप्रीम कोर्ट का फैसला को बदलने के लिए संविधान में संशोधन किया 1988 में प्रेस की स्वतंत्रता पर अंकुश लगाने के लिए मानहानि विरोधी कानून पेश किया लेकिन भारी विरोध के बाद इसे वापस लिया।मनमोहन सिंह द्वारा वर्ष 2009 में कर्नाटक हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस पीडी दिनाकरन पर महाभियोग चलाने के लिए राज्यसभा के 75 सांसदों ने सभापति हामिद अंसारी को पत्र सौंपा। 2011 में कोलकाता हाई कोर्ट के जज सौमित्र सेन के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाया गया था तब भी केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी।