उत्तरकाशी : गौरादेवी पुरुस्कार से सम्मानित चकबंदी प्रणेता स्व राजेंद्र सिंह रावत को उनकी पुण्यतिथि पर अर्पित की गईं श्रधांजलि

जयप्रकाश बहुगुणा

बड़कोट/उत्तरकाशी

उत्तराखंड में चकबंदी प्रणेता व गौरादेवी पुरुस्कार से सम्मानित उत्तरकाशी के पूर्व जिलापंचायत अध्यक्ष स्वर्गीय राजेंद्र सिंह रावत की पुण्यतिथि पर क्षेत्रवासियों ने उन्हें भावभीनी श्रधांजलि अर्पित की!उनके पैतृक गाँव नारायण पूरी (बीफ)जानकीचट्टी में आयोजित श्रधांजलि कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं ने स्मारक पर उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रधांजलि दी!इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि राजेंद्र सिंह रावत रवाई घाटी के जननायक थे!वे चकबंदी प्रणेता व ईमानदारी के प्रतीक के रूप में सदैव यहाँ के जनमानस के दिलों में बसे रहेंगे!
रवाई उत्तरकाशी क्षेत्र में जब भी ईमानदार राजनीतिज्ञ की बात चलती है तब स्व राजेंद्र सिंह रावत ज का सहसा स्मरण हो आता है। तीन बार ग्राम प्रधान, ब्लॉक प्रमुख एवं जिला पंचायत अध्यक्ष पद को सुशोभित कर उन्होंने अपनी ईमानदार जन प्रतिनिधित्व की छवि को बेदाग बनाए रखा।9 जून 1950 को ग्राम नारायणपुरी बीफ मैं जन्मे स्वर्गीय रावत ने विद्यार्थी जीवन में गढ़वाल विकास परिषद का गठन किया। वर्ष 1976 में उन्होंने सामाजिक कुरीतियों को दूर करने के लिए यमुनोत्री कल्याण परिषद का गठन किया।1987 में यमुनोत्री में सड़क बिजली व पानी की मांग को लेकर उनकी ऐतिहासिक भूख हड़ताल को समाप्त करवाने के लिए तत्कालीन मुख्यमंत्री वीर बहादुर सिंह को यमुनोत्री आना पड़ा था । जिसकी देन आज जानकीचट्टी की लघु जल विद्युत परियोजना है!वर्ष 1975 में अपने पैतृक गांव नारायणपुरी बीफ में उन्होंने स्वैच्छिक चकबंदी का कार्य प्रारंभ किया। उससे उन्हें एक विशिष्ट पहचान दिलाई। पहाड़ पर असंभव समझी जाने वाली चकबंदी को उन्होंने ग्राम वासियों के आपसी तालमेल से अमली जामा पहनाया।
स्वैच्छिक चकबंदी का कार्यक्रम का शुभारंभ करने के लिए 1995 में उन्हें गौरा देवी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। वर्ष 2000 में उत्तराखंड के तत्कालीन राज्यपाल सुदर्शन अग्रवाल के द्वारा राजभवन में सम्मानित किया गया। भूमि सुधार आयोग उत्तराखंड शासन में सदस्य के रूप में उन्होंने सदैव अहम भूमिका निभाई। 25 मई 2006 को अस्वस्थता के चलते उनका स्वर्गवास देहरादून में हुआ।आज श्रधांजलि कार्यक्रम में पुत्र अरविंद रावत , महाबीर पंवार माही , राकेश रावत, गजेंद्र रावत पूर्व प्रधान, जगत सिंह रावत पूर्व प्रधान, चैन सिंह रावत पूर्व प्रधान, मनमोहन चौहान, भगवती प्रसाद बिजलवान, प्रताप तोमर, रणबीर राणा, हरदेव राणा, बृजमोहन राणा, खुशपाल रावत, गंभीर तोमर चौकी प्रभारी जानकी चट्टी आदि लोगों ने श्रद्धासुमन अर्पित किए।

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