तेल अवीव: इजराइल और हमास अपने युद्ध विराम समझौते की अवधि को दो और दिन बढ़ाने पर सोमवार को सहमत हो गए, जिससे आतंकवादियों द्वारा बंधक बनाकर रखे गए लोगों और इजराइल की जेलों में बंद फलस्तीनी कैदियों की अदला-बदली जारी रहने की संभावनाएं बढ़ गई है।
हमास ने मूल रूप से चार दिवसीय युद्ध विराम समझौते के तहत अदला-बदली के चौथे दौर में 11 इजराइली महिलाओं एवं बच्चों को रिहा किया, जो सोमवार रात को इजराइल पहुंचे। इसके अलावा इजराइल द्वारा रिहा किए गए 33 फलस्तीनी कैदी मंगलवार तड़के वेस्ट बैंक के रामल्ला में पहुंचे थे। इन कैदियों की बस जैसे ही वेस्ट बैंक की सड़कों पर पहुंची, लोगों की भीड़ ने इसका स्वागत किया।
यह समझौता शुक्रवार से प्रभावी हुआ था और सोमवार को इसकी अवधि समाप्त होनी थी। कतर ने युद्ध विराम समझौते की अवधि को दो और दिन बढ़ाए जाने की घोषणा की है, जिससे इसके और आगे बढ़ने की उम्मीदें पैदा हो गई हैं। इसके कारण गाजा में और मदद पहुंचाई जा सकेगी। इजराइली बमबारी और जमीनी हमले के कारण फलस्तीन के 23 लाख लोग बुरी तरह प्रभावित हुए हैं ।
इजराइल ने कहा है कि प्रत्येक अतिरिक्त 10 बंधकों की रिहाई के लिए युद्ध विराम की अवधि को एक दिन आगे बढ़ाया जा सकता है। अमेरिका और मिस्र के अलावा संघर्ष में अहम मध्यस्थ कतर ने ‘‘इसी शर्त के तहत’’ दो और दिन के विस्तार पर सहमति बनने की घोषणा की। इजराइल का कहना है कि वह उस पर हमास द्वारा किए गए सात अक्टूबर के हमले के बाद से इस आतंकवादी समूह को नष्ट करने और गाजा में उसके 16 साल के शासन को समाप्त करने के लिए प्रतिबद्ध है।
युद्ध विराम समझौते के तहत 50 इजराइली बंधकों एवं अन्य देशों के 19 बंधकों को रिहा किया जा चुका है। इसके अलावा इजराइली जेलों से 117 फलस्तीनियों को रिहा किया गया है। हमास और अन्य आतंकवादियों के कब्जे में अब भी 175 बंधक होने की आशंका है और यह संख्या युद्धविराम को संभावित रूप से ढाई सप्ताह तक बढ़ाने के लिए पर्याप्त हैं लेकिन इन बंधकों में कई सैनिक शामिल हैं और हमास उनकी रिहाई के एवज में अपनी मांग बढ़ा सकता है।