उत्तराखंड एक्सप्रेस ब्यूरो
बड़कोट
बड़कोट नगर वासी इन दोनों सर्दी के मौसम में ही पेयजल की किल्लत से जूझ रहे हैं। बीते कई सालों से नगर वासी पेयजल की किल्लत से जूझ रहे हैं। लेकिन, जिम्मेदार अधिकारी कोई सुध नहीं ले रहे हैं।
उत्तरकाशी जिले की नगर पालिका बड़कोट में पंपिंग पेयजल योजना सर्वे व डीपीआर से आगे नहीं बढ़ पा रही है, जिससे पालिका क्षेत्र के लोग आज भी चार दशक पुरानी पेयजल योजना के भरोसे हैं। जबकि यह पेयजल योजना नगर की लगातार बढ़ रही जनसंख्या के अनुरूप पेयजल आपूर्ति करने में सक्षम नहीं है। बड़कोट नगर क्षेत्र पिछले कई दशकों से पेयजल किल्लत झेल रहा है। भाजपा व कांग्रेस दोनों सरकारों के मुख्यमंत्रियों द्वारा यहां यमुना नदी के किनारे से पंपिंग पेयजल योजना की घोषणा भी की गयी, लेकिन योजना पिछले करीब डेढ़ दशक बाद भी सर्वे और डीपीआर से आगे नहीं बढ़ पा रही है। तिलाड़ी में पंपिंग योजना के लिए जमीन उपलब्ध होने के बाद भी अभी तक धरातल पर एक इंच कार्य शुरू नहीं हो पाया है।
इन दिनों मौसम की बेरुखी के चलते बड़कोट नगर क्षेत्र में शीतकाल में ही पेयजल की किल्लत शुरू हो गई है। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस बार गर्मी के मौसम में नगर वासियों को पेयजल की किल्लत से किस कदर जुझना पड़ेगा।
पंपिंग पेयजल योजना के मामले में एई जल निगम त्रेपन सिंह भंडारी का कहना है कि बड़कोट पंपिंग योजना को लेकर 67.93 करोड़ का आगणन सरकार को भेजा गया है। योजना के लिए विश्व बैंक से बजट मिलने की उम्मीद है। स्थानीय स्तर पर भूमि के साथ ही पानी की उपलब्धता, टेस्टिंग की प्रक्रिया पूरी कर ली है।