भगवान का नाम सुमिरन से होता है मनुष्य का कल्याण ; आचार्य अनिल देव

उत्तराखंड एक्सप्रेस ब्यूरो
टिहरी गढ़वाल

टिहरी जनपद के अंतर्गत ग्राम तल्ला उपु में श्रीरथी देवता प्रांगण में सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है।
सोमवार को श्रीमद्भागवत कथा का रसपान कराते हुए कथा व्यास आचार्य अनिल देव सेमवाल ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा के श्रवण करने के पितरों का उद्धार होता है, सभी पापों का नाश हो जाता है। भागवत कथा का सार सुनते हुए कहा कि इसमें भगवान श्री कृष्ण की अनेक लीलाओं का वर्णन किया गया है, जिसके सार को सुनकर मोक्ष की प्राप्ति होती है। भागवत कथा का श्रवण करके ही राजा परीक्षित को मुक्ति की प्राप्ति हुई थी।

कथा वक्ता आचार्य अनिल देव से कहा कि सबसे बड़ा प्रायश्चित भगवान का नाम सुमिरन से है। जिस तरह सूर्य के चमकने से पूरी पृथ्वी प्रकाशमय हो जाती है, उसी तरह भगवान का नाम लेने मात्र से ही मनुष्य के समस्त पापों का नाश हो जाता है। भगवान का एकमात्र नाम लेने से हम सभी का कल्याण हो सकता है। सच्चे हृदय से भगवान के नाम का सुनिरन को वह सबका कल्याण कर देगा। कहा कि रामचंद्र मानस में लिखा है की भगवान जहां जहां जाएंगे वहां वहां सभी प्राणि भी तर जाएंगे और भागवत नाम सभी के जीवन को बदल देता है। जीवन में अगर अच्छे मार्ग पर जाना है तो दृढ़ संकल्प लेना जरूरी है।

इस मौके पर वंदना नौटियाल, सुनील नौटियाल, मुकेश नौटियाल, नौटियाल, महेश, दीपक, सचिन नौटियाल, दिव्यांश नौटियाल, मोहित नौटियाल, धर्मानंद नौटियाल, महिमानंद नौटियाल, घनानंद नौटियाल, कृष्णानंद नौटियाल, सुरेंद्र नौटियाल, जयेंद्र नौटियाल, रमेश प्रसाद नौटियाल, सुरेश प्रसाद नौटियाल, दिनेश प्रसाद नौटियाल, राजेन्द नौटियाल, वीरेंद्र नौटियाल सहित बड़ी संख्या में श्रोता शामिल रहे।

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