जयप्रकाश बहुगुणा
चिन्यालीसौड़ /उत्तरकाशी
गौ माता को राष्ट्र माता घोषित करने को लेकर नगर पालिका क्षेत्र चिन्यालीसौर में भारत बंद का आयोजन किया गया। भारतीय गौ क्रांति मंच के बैनर तले महिलाओं, पुरुषो,बच्चो ने शहर में एक आक्रोश रैली निकाली। व्यापार मंडल चिन्यालीसौर द्वारा गौ माता को राष्ट्रमाता घोषित करने को लेकर अपना समर्थन दिया गया।आक्रोश रैली के समर्थन में व्यापारियों ने आधा घंटे तक बाजार बंद रखा ।
सन्त गोपाल मणि महाराज के के सानिध्य में रविवार को पूरे देश में भारत बन्द का आह्वान किया गया था।रविवार सुबह 10 बजे नगरपालिका, पीपलमंडी,चिन्यालीसौड़ आदि मुख्य बाजार में भारतीय गौ क्रांति मंच के अह्यवान पर गौ माता को राष्ट्र माता घोषित करने के लिए एक आक्रोश रैली निकाली गई जिसमें क्षेत्र की महिलाओं बच्चों छात्रों एवं व्यापारियों ने अपना सहयोग दिया। गोपाल मणि महाराज ने बताया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के एजेंडे में शामिल गाय व गंगा पर सरकार का खास फोकस है इसलिए 2018 में ही गाय को राष्ट्रमाता का दर्जा देने की देवभूमि उत्तराखंड से उठी माग पर राज्य विधानसभा ने मानसून सत्र के दौरान अपनी मुहर लगा दी। जिसका प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेज दिया गया था। लेकिन केंद्र सरकार द्वारा आज तक गाय माता को राष्ट्रमाता घोषित नही किया गया जिसके लिए भारत बन्द का आयोजन किया गया और आक्रोश रैली निकाली गई।उन्होंने समस्त भारतीयों से अपील की कि वे इस आंदोलन का हिस्सा बने और गौ माता को राष्ट्र माता बनाने में अपना अमूल्य सहयोग प्रदान करे क्योंकि गौ माता को राष्ट्र माता बनाने की जरूरत इसलिए है कि वेद शास्त्र के अनुसार गौ में 33 करोड़ देवताओं का वास है गाय के गोबर में लक्ष्मी, गोमूत्र में भवानी का वास है । गौ सेवा से ही भव सागर के बंधनों से मुक्ति प्राप्त हो सकता है और अंत काल में वैतरणी नदी पार कराने में गौ माता का विशेष योगदान है ।
आक्रोश रैली में पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष शूरवीर सिंह रांगड़, व्यापार मण्डल अध्यक्ष कृष्णानन्द नौटियाल, गौ क्रांति मंच की अध्यक्षा श्रीमती कमला नौटियाल, श्रीमती तोला रावत, श्रीमती सुधा सेमलटी, शैला गैरोला ,कविता मेहरा , जशोदा भट्ट, अनुपम पंवार, पूर्व प्रधान नथीलाल नौरियाल नरेन्द्र रावत गोपाल रावत , मनवीर सिंह पंवार, सच्चिदानन्द बिजल्वाण, शीशपाल सिंह चौहान, कमल सिंह पंवार, मदन सिंह राणा, विमला देवी, मकानी देवी, निर्मला देवी कोठारी, उषा, उर्मिला देवी, नार देई आदि सभी गौभक्त उपस्तिथ थे।