जयप्रकाश बहुगुणा
उत्तरकाशी
पर्यटन विभाग द्वारा संचालित पर्यटन विकास एवं स्वरोजगार योजनाओं का लाभ उठाने के लिए इच्छुक व पात्र लोगों से आवेदन पत्र आमंत्रित किये गए हैं।जिला पर्यटन विकास अधिकारी केके जोशी ने बताया है कि जिले में इस वित्तीय वर्ष में वीर चंद्र सिंह गढ़वाली पर्यटन स्वरोजगार योजना में वाहन मद के अंतर्गत 12 और गैर वाहन मद के अंतर्गत 08 लोगों को लाभान्वित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है गैर वाहन मद में होटल,मोटर वर्कशॉप,फास्ट फूड सेंटर, मेडिटेशन सेंटर, साहसिक क्रियाकलाप, आवासीय टेंट कॉलोनी,बेकरी, लोकल उत्पाद विक्रय केंद्र, फ्लोटिंग होटल निर्माण आदि क्षेत्रों के लिए आवेदन कर सकते हैं जिसमे अधिकतम पूंजी सकर्म का 33 प्रतिशत या अधिकतम रू 33 लाख जो भी न्यूनतम हो राजसहायता का प्रावधान है।इसी प्रकार दीन दयाल उपाध्याय गृह आवास (होम स्टे) विकास योजना के अंतर्गत 28 का लक्ष्य निर्धारित किया गया है इस योजना में पात्र लोग अपने आवास को होमस्टे के रूप में विकसित करना, होमस्टे नवनिर्माण, मरम्मत, साज–सज्जा हेतु आवेदन कर सकते है जिसमे अधिकतम 6 कक्षों की सीमा निर्धारित की गई है और पर्यटकों हेतु भोजन की व्यवस्था भी होम स्टे में उपलब्ध रहनी चाहिए इस योजना के अंतर्गत सकर्म का 50 प्रतिशत या अधिकतम रू 15 लाख जो भी न्यूनतम हो की राजसहायता का प्रावधान है।जिस हेतु वेबसाइट msy.gov.in पर ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है।
दीन दयाल उपाध्याय गृह आवास विकास योजना नगर निगम व नगर पालिका के बाहर के सभी क्षेत्रों में लागू होगी।
ट्रैकिंग ट्रेक्शन होमस्टे अनुदान योजना के अंतर्गत जिले में 50 का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।जिसमे शासन द्वारा चिन्हित ट्रैक मार्गो की 02 कि.मी. परिधि के अंतर्गत ग्रामों में ही आवासीय मकान को होमस्टे में परिवर्तन करने हेतु आवेदन कर सकते हैं जिसमे अधिकतम 6 कक्षों की सीमा निर्धारित की गई है और नवनिर्माण हेतु प्रतिकक्ष रू 60 हज़ार तथा मरमत व साज–सज्जा हेतु प्रतिकक्ष रू 25 हजार का प्राविधान किया गया है।
उपरोक्त तीनों योजनाओं के संबंध मे किसी भी प्रकार की जानकारी व आवेदन के लिए आगामी 15 दिनों तक जिला पर्यटन विकास कार्यालय उत्तरकाशी में किसी भी कार्यदिवस में संपर्क किया जा सकता हैं।
जोशी द्वारा बताया गया है कि योजनाओं के आवेदन के उपरांत योग्य आवेदकों का चयन साक्षात्कार के माध्यम से चयन समिति द्वारा किया जाएगा।