जयप्रकाश बहुगुणा
उत्तरकाशी
आज विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर रामचंद्र उनियाल पीजी कॉलेज उत्तरकाशी की एनसीसी व रोवर रेंजर इकाई द्वारा स्वच्छता कार्यक्रम व पद यात्रा का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम महाविद्यालय की 3/3 एसडी एनसीसी प्लाटून ने एनसीसी के पुनीत सागर अभियान के अंतर्गत आज जनजागरुकता व घाटों पर स्वच्छता कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर पंकज द व एनसीसी प्रभारी डॉo महेंद्र प्रताप सिंह राणा के सानिध्य में किया गया। महाविद्यालय एनसीसी प्रभारी डॉo महेंद्र प्रताप सिंह राणा ने अवगत करवाया कि एनसीसी के पुनित सागर अभियान के अंतर्गत नदी स्वच्छता हेतु जन जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। इस अवसर पर प्राचार्य द्वारा कैडेटों व रोवर रेंजर्स को विश्व पर्यटन दिवस का महत्व समझाया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में पर्यटन से रोजगार सृजन की अपार संभावना है व पर्यटक स्थलों की स्वच्छता इस दिशा में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सकती है। इस अवसर पर एनसीसी कैडेटों द्वारा एक जन जागरूकता रैली का आयोजन भी किया गया। जागरूकता रैली महाविद्यालय परिसर से केदारघाट स्थित पार्किंग, रूदेश्वर मन्दिर, जड़ भरत मार्ग से होते हुए मणिकर्णिका घाट स्थित गंगा मन्दिर तक आयोजित की गई। रैली के दौरान केदार घाट पार्किंग, जड़ भरत घाट व मणिकर्णिका घाट पर स्वच्छता कार्यक्रम चलाया गया। इस कार्यक्रम में 57 एनसीसी कैडेटों ने प्रतिभाग किया। जन जागरूकता रैली का आयोजन सीनियर अंडर ऑफिसर सोमेश बिष्ट, अंडर ऑफिसर सचिन राणा आदि के निर्देशन में किया गया। महाविद्यालय की रोवर रेंजर इकाई द्वारा भी महाविद्यालय मुख्य परिसर से मां कुटेटी देवी मंदिर तक पदयात्रा का आयोजन किया गया। पदयात्रा हेतु पांच टोलियो का निर्माण किया गया। महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर पंकज पंत व रोवर रेंजर प्रभारी डॉo महेंद्र प्रताप सिंह राणा द्वारा टोलियों को झंडा दिखा कर रवाना किया गया। पदयात्रा मार्ग में अवस्थित स्थलों पर रोवर रेंजर द्वारा स्वच्छता हेतु स्लोगन के माध्यम से जन जागरूकता अभियान भी चलाया गया। पदयात्रा के अंतिम पड़ाव मां कुटेटी देवी मंदिर में पहुंचने उपरांत रोवर्स रेंजर्स द्वारा मंदिर परिसर में स्वच्छता, सेवा कार्य भी किया गया। इस पदयात्रा में 9 रोवर्स व 26 रेंजर्स द्वारा प्रतिभाग किया गया। पद यात्रा का संचालन सीनियर रोवर सौरव , आलोक थपलियाल व सीनियर रेंजर्स चेतना, साधना, इलमा व शालिनी के नेतृत्व में किया गया।