जयप्रकाश बहुगुणा
नौगांव/उत्तरकाशी
यदि मन में कुछ कर गुजरने का संकल्प हो तो इंसान को किसी भी प्रकार की बाधा नहीं रोक सकती है!उत्तराखंड बोर्ड परीक्षा में शत प्रतिशत दृष्टिबाधित प्रियांशी ने प्राप्त किए 75% अंक, रक्षा ने 61% अंक हासिल कर हौसलों की उड़ान भरी है!
उत्तराखंड बोर्ड परीक्षा 2025 में दिव्यांग छात्राओं ने अद्वितीय प्रदर्शन कर सभी को गर्व महसूस कराया है। शत-प्रतिशत दृष्टिबाधित छात्रा प्रियांशी ने हाईस्कूल में 75 प्रतिशत अंक, वहीं रक्षा ने 61 प्रतिशत अंक प्राप्त कर समाज को यह संदेश दिया कि समर्पण, संघर्ष और मार्गदर्शन के बल पर कोई भी सीमा नहीं होती।
दोनों छात्राएं परमार्थ विजय पब्लिक स्कूल (दिव्यांग छात्रावास), की आवासीय छात्राएं हैं जिनकी प्रारंभिक शिक्षा यहीं से हुई और वर्तमान में राजकीय बालिका उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मुराडी में अध्ययनरत हैं।इस संस्थान की विशेष बात यह है कि यहां पर वर्षों से दिव्यांग बच्चों को शिक्षा और सम्मानपूर्ण जीवन की दिशा में प्रेरित किया जा रहा है।
इस परिवर्तनकारी कार्य के पीछे प्रमुख भूमिका निभाई है विद्यालय की संस्थापिका और समाजसेविका श्रीमती विजय लक्ष्मी जोशी ने, जिन्होंने वर्ष 2007 में दिव्यांग बच्चों को स्कूल में प्रवेश देकर उनके लिए एक नई दिशा की शुरुआत की थी। उनका यह सतत प्रयास ही है कि आज कई दिव्यांग बच्चे सरकारी सेवाओं में कार्यरत हैं और समाज में सम्मान के साथ जीवन जी रहे हैं।
श्रीमती विजय लक्ष्मी जोशी का मानना है कि – “हर बच्चा विशेष होता है, जरूरत होती है तो सिर्फ सही अवसर और सहारे की।” उनके द्वारा स्थापित यह विद्यालय आज दिव्यांग बच्चों के लिए आशा की किरण बन चुका है।