जयप्रकाश बहुगुणा
उत्त्तरकाशी
उत्तरकाशी में आपदा प्रबंधन बढ़ाने की दिशा में एक सक्रिय कदम उठाये जाने के साथ ही जिला सभागार में जलवायु-प्रेरित आपदा के खिलाफ जलवायु सूचना सेवाओं पर प्रशिक्षण कार्यक्रम दिया गया। यूनाइटेड नेशंस डेवलपमेंट प्रोग्राम (यूएनडीपी) ने जापान सरकार के समर्थन के साथ और सीड्स टेक्निकल सर्विसेज और आपदा प्रबंधन उत्तरकशी के सहयोग के साथ, जलवायु सूचना सेवाओं (सीआईएस) पर एक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया। कार्यक्रम में कृषि, पशुपालन, मत्स्य पालन, वन विभाग, स्वास्थ्य, पर्यटन, जल संथान, सिंचाई, जिला आपदा सहित महत्वपूर्ण विभागों के लगभग 25 मध्य स्तर के सरकारी अधिकारियों ने भाग लिया। प्रबंधन प्राधिकरण, ग्रामीण विकास विभाग, पंचायती राज, रीप, पेयजल निगम और अन्य संबंधित विभाग मौजूद रहे।
जनपद उत्त्तरकाशी आपदाओं, विशेषकर जलवायु परिवर्तन से उत्पन्न आपदाओं के प्रति अपनी संवेदनशीलता के लिए जाना जाता है, प्रशिक्षण कार्यक्रम का केंद्र बिंदु बनाया गया। इस पहल का उद्देश्य सरकारी अधिकारियों को उनकी योजना प्रक्रियाओं में जलवायु सूचना सेवाओं (सीआईएस)के लिए आवश्यक ज्ञान और कौशल से परिचित करना है।
प्रशिक्षण कार्यक्रम की अध्यक्षता रज़ा अब्बास, अपर जिलाधिकारी एवं देवेन्द्र पटवाल जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी ने उत्तरकाशी को प्रभावित करने वाले लगातार बदलती जलवायु परिस्थितियों से उत्पन्न चुनौतियों से निपटने में सीआईएस की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया।
अपर जिलाधिकारी ने इस बात पर प्रकाश डाला कि सीआईएस पर इस प्रशिक्षण के माध्यम से, सभी को यह जानने का मौका मिला कि भारतीय मेट्रोलॉजिकल विभाग (आईएमडी) की वेबसाइट पर आसानी से उपलब्ध जानकारी उत्तरकाशी के सामने योजना की मजबूती को बढ़ा सकती है।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी ने आईएमडी द्वारा उत्तरकाशी जिले में स्थापित 15 स्वचालित मौसम स्टेशनों (एडब्ल्यूएस) के महत्व पर जोर दिया तथा जलवायु सूचना सेवाओं पर और अधिक प्रशिक्षण सत्र आयोजित करने की इच्छा व्यक्त की। उन्होंने विशेष रूप से सभी सरकारी विभागों में आईएमडी वेबसाइट पर उपलब्ध डेटा तक पहुंचने में प्रशिक्षण अधिकारियों के महत्व पर प्रकाश डाला।