जयप्रकाश बहुगुणा
बड़कोट /उत्तरकाशी
तीस मई 1930 को तत्कालीन टिहरी रियासत की वन व चरान चुगान नीति के विरुद्ध ऐतिहासिक तिलाड़ी मैदान में शांतिपूर्वक पंचायत कर रहे रंवाई परगने के किसानों पर राजशाही के हुक्मरानों द्वारा गोली चलाये जाने की घटना के समय शहीद हुए अमर सपूतों व राजशाही से मुक्ति दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले रणबांकुरों की याद में एक भव्य स्मृति द्वार का निर्माण कर लोकार्पण किया गया, स्मृति द्वार का निर्माण पीडब्लूडी ने लगभग ढाई लाख रूपये की लागत से किया है !स्मृति द्वार के लोकार्पण कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने सामाजिक चेतना के महान सपूतों अमर रहे के नारे लगाए ! रवांई तिलाडी गोलीकांड प्रमुख जननायक आजाद पंचायत टिहरी रियासत के अध्यक्ष दयाराम रावत रवांल्टा , मुख्य सदस्य जमन सिह राणा, पूर्व ब्लॉक सभापति नौगांव अमर सिह राणा, रवांई विकास के जननायक महान समाजसेवी जोत सिह रवांल्टा के नाम पर उनके जन्मभूमि गांव कंसेरु बड़कोट मे स्मृति द्वार का उद्वघाटन मुख्य अथिति चंदन सिह पंवार पूर्व प्रमुख भटवाड़ी जिला पंचायत डीपीसी उतरकाशी के द्वारा किया गया ! उन्होंने रंवाई के जननायकों को श्रधांजलि देते हुए उनका भावपूर्ण स्मरण किया !कार्यक्रम में विशिष्ट अथिति जिलाध्यक्ष स्वतंत्रता सेनानी संगठन उतरकाशी राजेन्द्र सिह रावत, सामाजिक कार्यकर्ता अरविंद राणा, ग्राम भाटिया ज्ञानेन्द्र सिह नेगी, जिला भेषज संघ उतरकाशी के अध्यक्ष अतोल रावत, जेष्ठ प्रमुख कृष्ण सिह राणा, ग्राम प्रधान सरिता राणा, विजय सिंह रावत रवांल्टा , बी.डी. रावत रवांल्टा, पत्रकार अनिल रावत, डा. मनमोहन राणा, भटासिहनी देवी भगवती के मुख्य माली चदंमोहन सिंह राणा, भगवती मंदिर समिति के अध्यक्ष अमीन सिह राणा, बिशन सिंह सिह राणा, जयदेव सिह राणा, महेदं सिह, चंदमोहन, कृष्ण सिह, गब्बर सिंह, सामाजिक कार्यकर्ता सुभाष राणा, बलवंत राणा, राजेद्र राणा, रोशन रावत, चतर रावत, चैन सिह, जनसेवी वाधयत्र वादक नामदास सहित अनेको लोग उपस्थित रहे!