जयप्रकाश बहुगुणा
बड़कोट/उत्तरकाशी
जीविका अवसर प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत सरनौल गांव में उत्तराखंड बहुउद्देशीय वित्त एवं विकास निगम उत्तरकाशी द्वारा कार्यदायी संस्था अनमोल ग्राम स्वराज संस्थान के तत्वाधान में अनुसूचित जाति के लाभार्थियों को रिंगाल का प्रशिक्षण दिया गया। चार महीने तक चला यह प्रशिक्षण विधिवत संपन्न हो गया है। इस दौरान अनुसूचित जाति के 20 लाभार्थियों को पूर्व वन पंचायत अध्यक्ष सुशीला देवी और महिला मंगल दल की सक्रिय महिला सोवेद्री देवी द्वारा प्रमाण पत्र वितरित किए गए।
कार्यक्रम में अनमोल ग्राम स्वराज संस्थान के सचिव राजेंद्र सेमवाल शास्त्री का कहना है कि पूर्व में तीन वर्ष पूर्व नौगांव ब्लॉक के हलना गांव में संस्था के द्वारा रिंगाल प्रशिक्षण करवाया गया था, जिससे वर्तमान में हलना गांव के लगभग 80 प्रतिशत लोग रिंगाल के उत्पादों से रोजगार प्राप्त कर रहे हैं। जिला समन्वयक ममलेश सेमवाल ने कहा कि वर्तमान समय में प्लास्टिक के द्वारा हमारे पर्यावरण को बहुत क्षति हो रही है, जिसका विकल्प रिंगाल के उत्पाद के रूप में बहुत बेहतर हो सकता है। इसके साथ-साथ गांव के बेरोजगारों को रोजगार भी प्रदान कर सकता है। रिंगाल से बने उत्पादों को घिल्टा, डस्टबिन, गुलदस्ता, सामान रखने के लिए टोकरियां सहित विभिन्न सजावटी सामग्री आदि के रूप में उपयोग की किया जाता है।इस अवसर पर अनमोल ग्राम स्वराज संस्थान के सचिव राजेंद्र प्रसाद शास्त्री, ममलेश सेमवाल,सुशीला देवी, सोवेंद्री देवी एवं योजना लाभार्थी विवेक दास, जगदीश चंद, अंकित कुमार, पंकज कुमार, अनवीर दास, सुनवीर दास, दीपेंद्र दास, अमित कुमार , भूपनेश ,गिरीश दास आदि लाभार्थी उपस्थित रहे।