विकास कार्यों की पैरवी मे संयम और अनुशासन बरते जनप्रतिनिधि: महेंद्र भट्ट

 

उत्तराखंड Express ब्यूरो
देहरादून

भाजपा ने सभी मंत्रियों, विधायकों एवं जनप्रतिनिधियों से विकास कार्यों की पैरवी में संयम एवं अनुशासन बरतने का आग्रह किया हैं। वहीं कल के घटनाक्रम को लेकर को लेकर मंत्री एवं विधायक ने पार्टी नेतृत्व से खेद प्रकट किया है ।

पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए प्रदेश अध्यक्ष श्री महेंद्र भट्ट ने कहा कि विधायकों का जनसरोकारों से जुड़े विषयों को लेकर मंत्रियों और उच्च अधिकारियों से मिलना सामान्य बात है । इस दौरान क्षेत्र के विकास एवं जनता के मुद्दों को लेकर जनप्रतिनिधियों के बीच चर्चा एवं बहस होना स्वस्थ लोकतंत्र का परिचायक है । उन्होंने कहा कि कल के घटनाक्रम को पार्टी ने गंभीरता से लिया है और संबंधित मंत्री एवं विधायक से उनके पक्ष को लेकर जानकारी ली गई है । जिसमे ज्ञात हुआ कि दोनों पक्षों का मकसद एक ही था। विकास के कामों में शीघ्रता लाते हुए अधिक से अधिक लोगों को उनका लाभ पहुंचाना था । हालांकि ऐसा करते समय तार्किक बहस और सार्वजनिक अनुशासन का हम सभी को पालन करने की आवश्यकता है । बावजूद इसके कल जिस तरह का व्यवहार प्रदर्शित किया गया उसे संगठन में कतई जायज नहीं ठहराया जा सकता है । फिलहाल इस संबंध में हुई बातचीत में दोनों ने अपने व्यवहार के लिए खेद जताया है और भविष्य में विशेष ध्यान रखने की बात कही है। साथ ही उन्होंने कहा, विधायक के मुद्दों को लेकर मुख्यमंत्री धामी से बात हुई है और शीघ्र ही उसका समाधान हो जाएगा । उन्होंने पार्टी के सभी विधायकों, जनप्रतिनिधियों एवं मंत्रियों से सार्वजनिक जीवन में संयम एवं व्यवहारिक अनुशासन का पालन करने का आग्रह किया है ।

इस दौरान पुरोला विधायक श्री दुर्गेश्वर लाल ने प्रदेश अध्यक्ष से मुलाकात के बाद मीडिया के सामने कल के घटनाक्रम को लेकर खेद जताया है । उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधि होने के नाते क्षेत्रीय समस्याओं को लेकर वह मंत्री जी से मिले थे, लेकिन कुछ तकनीकी बिंदुओं पर गलतफहमी के कारण यह पूरा प्रकरण हुआ । लेकिन दोनों की मंशा जनकल्याण की है और दोनो पार्टी के अनुशासन से भी जुड़े हैं । इस संबंध में प्रदेश अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री जी से बातचीत के बाद सभी विषयों पर स्थिति स्पष्ट हो गई हैं ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *