जयप्रकाश बहुगुणा
बड़कोट /उत्तरकाशी
उत्तराखंड में स्थित विश्व प्रसिद्ध चार धामों में से प्रसिद्ध धाम यमुनोत्री की विषम भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए यहां केदारनाथ धाम मास्टर प्लान के तहत विकसित किये जाने की मांग को लेकर एक ज्ञापन मुख्यमंत्री को भेजा गया है ! क्षेत्रीय युवा सामाजिक कार्यकर्ता महावीर पंवार उर्फ़ माही के नेतृत्व में उपजिलाधिकारी बड़कोट के माध्यम से दिये गये ज्ञापन में सरकार से सोलह बिंदुओं पर यमुनोत्री धाम में कार्य करने की जरूरत बताई गई है !जिनमे पुल निर्माण, शौचालय, फ्लाई ओवर, स्टैंड निर्माण, पौराणिक कुंडो का सौंदर्यकरण, नाली निर्माण, जानकी चट्टी व यमुनोत्री में पशु चिकित्सालय निर्माण, पैदल मार्ग चौड़ीकरण आदि शामिल हैं !ज्ञापन में कहा गया है कि यमुनोत्री धाम को केदारनाथ की तर्ज पर विकसित करने की मांग क्षेत्र के जनप्रतिनिधि गत कई वर्षों से कर रहे हैं। इस संबंध में सूबे के मुख्यमंत्री को कई बार ज्ञापन भी भेजे गए हैं। तथा कई बार मंदिर समिती व पंडा पुरोहित समाज के प्रतिनिधि मंडल ने स्वयं मिलकर यमुनोत्री की समस्याओं को लेकर अवगत करवाया है !यमुनोत्री धाम को भी केदारनाथ की तरह विकसित करने से श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध हो सकेंगी। जिससे धाम में अधिक से अधिक श्रद्धालु पहुंचेंगे। और स्थानीय बेरोजगारों के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे। मुख्यमंत्री को भेजे गये ज्ञापन में उत्तराखंड और केंद्र सरकार से केदारनाथ की तर्ज पर कालिंदी पर्वत पर स्तिथ चारों धाम में प्रथम धाम यमुनोत्री को भी विकसित करने की मांग करते शीघ्र मास्टर प्लान तैयार करने की मांग की गई है।विदित रहे कि यमुनोत्री धाम करोड़ों हिन्दुओं की आस्था का प्रतीक है, जहाँ प्रति वर्ष कपाट खुलने के बाद लाखों की संख्या में श्रद्धालु मा यमुना के दर्शन करने आते हैं, लेकिन जानकीचट्टी से यमुनोत्री धाम तक मूलभूत ब्यवस्थायें पूर्णरूप से स्थापित न होने के कारण यहां श्रद्धालुओ को अव्यवस्थाओं का सामना करना पड़ता है!ज्ञापन देने वालों में महाबीर पंवार माही, अरविन्द रावत , भगवती बिजल्वाण, नितिन चौहान,विपिन चौहान, प्रहलाद रावत , जिला पंचायत सदस्य आनंद राणा, और दलवीर चंद सहित अन्य लोग शामिल रहे !